इस आर्टिकल में आप Support And Resistance in Hindi को विस्तार से सीखेंगे। साथ ही 4 किस्मों के महत्वपूर्ण सपोर्ट और रेजिस्टेंस का अध्ययन करेंगे एवं चार्ट पर सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल की पहचान कर उसे बनाना भी सीखेंगे।
Support And Resistance in Hindi के इस आर्टिकल में आप Supply And Demand Zone एवं Key Support Level और Strong Resistance Zone में मार्केट किस तरह रियेक्ट करता है और निवेशक को किस तरह इन जोन में ट्रेड करना चाहिए इसकी जानकारी प्राप्त करेंगे।
Table of Contents
Support And Resistance In Hindi-सम्पूर्ण व्याख्या
टेक्निकल एनालिसिस में सपोर्ट और रेसिस्टेन्स की विशेष भूमिका होती है। सपोर्ट और रेजिस्टेंस के आधार पर बहुत से ट्रेडर ट्रेड करते हैं और लाभ अर्जित करते हैं। सपोर्ट और रेजिस्टेंस चार्ट पर पहले से निर्धारित वैसा लेवल होता है। जिसके बारे माना जाता है इस लेवल पर पहुंच कर स्टॉक या इंडेक्स का प्राइस रुक जायेगा या रिवर्स हो जायेगा। क्योकि चार्ट पर ऐसा दीखता है की भूतकाल में भी उस लेवल से प्राइस रिवर्स हो चूका है।
What is Support-सपोर्ट क्या है ?
सपोर्ट एक ऐसा एरिया या लेवल को कहते हैं जहाँ से मार्केट बार-बार बाउंस करता है या रिवर्स हो जाता है। मतलब सपोर्ट लेवल पर Buyers पहले से बैठे होते हैं और जब-जब मार्केट सपोर्ट जोन या Key Support Level पर आता है तो Buyers खरीदारी करते हैं और स्टॉक के प्राइस को ऊपर ले जाते हैं।
किस भी स्टॉक का प्राइस जब गिरता है तो वह सपोर्ट लेवल पर आ के रुकता है। Key Support Level एक तरह का Demand Zone है। Demand Zone में किसी भी स्टॉक की मांग बढ़ जाती है। जब प्राइस डिमांड जोन में आता है तो Buyers उस स्टॉक को खरीदते हैं। इस तरह स्टॉक डिमांड स्टॉक डिमांड जोन से सपोर्ट ले कर ऊपर चला जाता है।
सपोर्ट लेवल से किसी स्टॉक या इंडेक्स के और निचे जाने की आशंका काम होती है।
Support Acts As a Floor–सपोर्ट फर्श के जैसे वयवहार करता है। मान लीजिये किसी बॉल को हवा में उछलेंगे तो वह छत से टकरा कर निचे कहाँ तक गिरेगा। जाहिर सी बात है बॉल फर्श पर रुकेगा या फर्श से रिवर्स हो जायगा। ठीक इसी तरह स्टॉक मार्केट में जब किसी स्टॉक का प्राइस निचे गिरता है तो वह सपोर्ट लेवल पर आ कर रुक जाता है। सपोर्ट लेवल से प्राइस के निचे आने की संभावना बहुत कम होती है।
Types Of Support- सपोर्ट के प्रकार
सपोर्ट मुख्यतः चार प्रकार के होते हैं।
- हॉरिजॉन्टल सपोर्ट(Horizontal Support)
- ट्रेंडलाइन सपोर्ट(Trendline Support)
- मनोवैज्ञानिक सपोर्ट(Psychological Support)
- फाइबोनाक्सी रिट्रेसमेंट सपोर्ट(Fibonacci Retracement Support)
Support And Resistance In Hindi के इस कड़ी में हम इन चारों सपोर्ट की पहचान और इसको ड्रा करना सीखेंगे।
Support And Resistance In Hindi सीखना सभी ट्रेडर के लिए बहुत जरुरी होता है।
हॉरिजॉन्टल सपोर्ट(Horizontal Support)
जैसा के नाम से स्पस्ट है हॉरिजॉन्टल सपोर्ट चार्ट में एक सीधी रेखा पर होता है। मार्किट जब रेंज में होता है तो हॉरिजॉन्टल सपोर्ट बहुत काम करता है। मार्केट जब जब निचे आता है तो वो हॉरिजॉन्टल सपोर्ट से रिवर्स हो जाता है। क्यूंकि चार्ट पैर दीखता है पहले भी कई बार प्राइस हॉरिजॉन्टल सपोर्ट से रिवर्स हो चूका है।
Identifying And Drawing Horizontal Support-हॉरिजॉन्टल सपोर्ट की पहचान और ड्राइंग करना
अगर आप डे ट्रेडर हैं तो आप उस स्टॉक या इंडेक्स में 5 मिनट या 15 मिनट के टाइम फ्रेम में उस चार्ट को खोलें। और ये देखें की प्राइस किस जगह से बार बार बाउंस बैक कर रहा है। जहाँ पर स्टॉक का प्राइस बाब-बार बाउंस बैक कर रहा है या रुक रहा है उसे आप हॉरिजॉन्टल सपोर्ट मार्क कर लीजिये।
अगर आप निवेशक है तो उस स्टॉक को डेली या मंथली टाइम फ्रेम का चार्ट ओपन करिये और ये देखें की प्राइस किस जगह से बार बार बाउंस बैक कर रहा है। जहाँ पर स्टॉक का प्राइस बाब-बार बाउंस बैक कर रहा है या रुक रहा है उसे आप हॉरिजॉन्टल सपोर्ट मार्क कर लीजिये।
हॉरिजॉन्टल सपोर्ट मार्क करने के लिए चार्ट में दाहिने साइड में टूल्स मेनू है वहां से हॉरिजॉन्टल लाइन सेलेक्ट और जहाँ से प्राइस बाब-बार बाउंस बैक कर रहा है वहां पर टैप करें। इस तरह आपका हॉरिजॉन्टल सपोर्ट चार्ट पर बन जायेगा।
Trendline Support- ट्रेंडलाइन सपोर्ट
ट्रेंडलाइन सपोर्ट तिरछी रेखा में बना हुआ सपोर्ट होता है जो लोअर लो(Lower Low) और हायर लो(Higher Low) सपोर्ट को मिला कर बनता है। लोअर और हायर सपोर्ट को कनेक्ट कर के एक रेखा को खिंचा जाता है जो ट्रेंडलाइन सपोर्ट बनता है। जब मार्केट ट्रेंडलाइन सपोर्ट पर आता है तो प्राइस बाउंस बैक करता है और ऊपर चला जाता है।
Identifying And Drawing Trendline Support-ट्रेंडलाइन सपोर्ट की पहचान और ड्रा करने की विधि
डे टरडेर चार्ट को 5 मिनट या 15 मिनट के टाइम फ्रेम में सेट कर लें। और चार्ट पे देखे कहाँ पे लोअर और हायर सपोर्ट है। लोअर और हायर सपोर्ट से एक लाइन को कँनेट कराएं। इस तरह आपका ट्रेंड लाइन सपोर्ट बन जायगा।
ट्रेंडलाइन सपोर्ट को ड्रा के लिए चार्ट पैर दाहिने साइड में टूल्स बार है वहां से ट्रेंड लाइन टूल को सेलेक्ट करें और चार्ट पर लोअर लो और हायर लो को कनेक्ट करते हुए ट्रेंड लाइन को आगे की ओर खींचे।इस तरह ट्रेंड लाइन सपोर्ट ड्रा करें।
Psychological support- मनोवैज्ञानिक सपोर्ट
मनोवैज्ञानिक सपोर्ट ऐसा सपोर्ट होता है जो चार्ट पर राउंड नंबर पर होते है। उदाहरण के लिए बैंकनिफ़्टी के चार्ट पर 41000 ,45000 ,42000 इत्यादि राउंड नंबर है जो सीक्लोजिकल सपोर्ट के जैसे काम करते हैं। इनके अलावा 41500 ,45500 ,42500 भी सीक्लोजिकल सपोर्ट है।
कहने का मतलब 500 और 1000 के पॉइंट वाला सभी नंबर सीक्लोजिकल सपोर्ट के जैसे काम करता है। जब मार्किट में स्टॉक या इंडेक्स का प्राइस गिर रहा होता है तो इन्ही राउंड नंबर से सपोर्ट मिलता है। इसमें 40-50 पॉइंट बफरिंग रख लें। मतलब राउंड नंबर से 40-50 पॉइंट ऊपर निचे भी जा सकता है।
Psychological Support Identifying And Drawing-मनोवैज्ञानिक सपोर्ट की पहचान और ड्रा करना
मनोवैज्ञानिक सपोर्ट की पहचान करना बिलकुल आसान है। आप चार्ट पर राउंड नंबर जैसे की 41000 ,41500 ,42000 ,42500 ,45000 ,45500 इत्यादि नम्बरों पर देखें की मार्किट कब कब सपोर्ट लिया है। इस तरह आप मनोवैज्ञानिक सपोर्ट को पहचान सकते है।
मनोवैज्ञानिक सपोर्ट (Psychological Support) ड्रा करने के लिए चार्ट के दाहिने साइड में उपलब्ध टूल बार में से हॉरिजॉन्टल लाइन को सेलेक्ट करें और राउंड नंबर पैर ले जा के टैप करें इसतरह आपका Psychological Support बन जयेगा।
Fibonacci Retracement Support-फाइबोनैचि रिट्रेसमेंट सपोर्ट
Fibonacci Retracement Support-फाइबोनैचि रिट्रेसमेंट सपोर्ट फिबोनाकी रेट्रासेमेन्ट का 1.27 और 1.618 लेवल होता है जिससे मार्किट सपोर्ट प्रदान कर के रिवर्स हो जाता है। Fibonacci Retracement Support अक्सर ट्रेंडिंग मार्किट में काम करता है। Fibonacci Retracement Support में ये लेवल्स 0.5 और 0.618 गोल्डन लेवल कहलाते हैं। यहाँ से अक्सर मार्किट रिवर्स है।
How to Apply Fibonacci Retracement
Fibonacci Retracement Support ड्रा करने के चार्ट पर मौजूद टूल्स बार में जाएँ। और Fib Retracement Tool को सेलेक्ट करें। फिर चार्ट पर हाल के ही स्विंग लो पर टैप करें और स्विंग हाई तक खींचे। इस तरह आपका Fibonacci Retracement Support ड्रा हो जायेगा।
Support And Resistance in Hindi के इस पोस्ट में अब तक अपने सपोर्ट और उसकी सभी प्रकार के बारे में विस्तार बसे पढ़ा। अब रेसिस्टेन्स को समझेंगे।
What is Resistance -रेजिस्टेंस क्या है ?
रेजिस्टेंस चार्ट पर एक ऐसा लेवल होता है जहाँ से स्टॉक का प्राइस बार-बार निचे आ जाता है। रेजिस्टेंस लेवल पर पहले से Seller मौजूद होते हैं मार्किट जब भी रेजिस्टेंस लेवल पर जाता है तो Seller बेचते है और मार्किट को निचे ले आते हैं।
ऐसे लेवल्स को Strong Resistance Zone या Supply Zone कहा जाता है | रेजिस्टेंस घर के छत जैसा काम करता है।मान लीजिये किसी बॉल को ऊपर फेकेंगे तो वह छत से टकरा कर निचे आ जायेगा। ठीक वैसे ही किसी स्टॉक का प्राइस Strong Resistance Zone से टकरा कर निचे आ जाता है।
Types Of Resistance -रेजिस्टेंस के प्रकार
रेजिस्टेंस मुख्यतः चार होते हैं।
- हॉरिजॉन्टल रेजिस्टेंस(Horizontal Resistance)
- ट्रेंडलाइन रेजिस्टेंस(Trendline Resistance)
- मनोवैज्ञानिक रेजिस्टेंस(Psychological Resistance)
- फाइबोनाक्सी रिट्रेसमेंट रेजिस्टेंस(Fibonacci Retracement Resistance)
हॉरिजॉन्टल रेजिस्टेंस-Horizontal Resistance
जैसा के नाम से स्पस्ट है हॉरिजॉन्टल रेजिस्टेंस चार्ट में एक सीधी रेखा पर होता है। मार्किट जब रेंज में होता है तो हॉरिजॉन्टल रेजिस्टेंस बहुत काम करता है। मार्केट जब जब ऊपर आता है तो वो हॉरिजॉन्टल रेजिस्टेंस से रिवर्स हो जाता है। क्यूंकि चार्ट पैर दीखता है पहले भी कई बार प्राइस हॉरिजॉन्टल रेजिस्टेंस से रिवर्स हो चूका है।
ट्रेंडलाइन रेजिस्टेंस-Trendline Resistance
ट्रेंडलाइन रेजिस्टेंस तिरछी रेखा में बना हुआ रेजिस्टेंस होता है जो (Higher High) और (Higher Low) रेजिस्टेंस को मिला कर बनता है। लोअर और हायर रेजिस्टेंस को कनेक्ट कर के एक रेखा को खिंचा जाता है जो ट्रेंडलाइन रेजिस्टेंस बनता है। जब मार्केट ट्रेंडलाइन रेजिस्टेंस पर आता है तो प्राइस बाउंस बैक करता है और निचे चला जाता है।
मनोवैज्ञानिक रेजिस्टेंस-Psychological Resistance
मनोवैज्ञानिक रेजिस्टेंस ऐसा रेजिस्टेंस होता है जो चार्ट पर राउंड नंबर पर होते है। उदाहरण के लिए बैंकनिफ़्टी के चार्ट पर 41000 ,45000 ,42000 इत्यादि राउंड नंबर है जो सीक्लोजिकल रेजिस्टेंस के जैसे काम करते हैं। इनके अलावा 41500 ,45500 ,42500 भी सीक्लोजिकल रेजिस्टेंस है।
सारांश
Support And Resistence in Hindi में हमने सपोर्ट और रेसिस्टेन्स के बारे में जानकारी प्राप्त की. साथ ही Support And Resistance In Hindi को पहचानना और ड्रा करना भी सीखा। उम्मीद करता हूँ Support And Resistance In Hindi का ये आर्टिकल आपको आया होगा। इसका उपयोग करके आप अपने स्टॉक मार्केट में निवेश को और खास बना सकते हैं। Support And Resistance In Hindi से रिलेटेड कोई भी कनफुसन हो तो कमेंट अवश्य करे। Support And Resistance in Hindi सीखना सभी ट्रेडर के लिए बहुत जरुरी है।
Support And Resistance In Hindi- Frequently Asked Question
1.समर्थन और प्रतिरोध में क्या है?
टेक्निकल एनालिसिस में सपोर्ट और रेसिस्टेन्स की विशेष भूमिका होती है। सपोर्ट और रेजिस्टेंस के आधार पर बहुत से ट्रेडर ट्रेड करते हैं और लाभ अर्जित करते हैं। सपोर्ट और रेजिस्टेंस चार्ट पर पहले से निर्धारित वैसा लेवल होता है। जिसके बारे माना जाता है इस लेवल पर पहुंच कर स्टॉक या इंडेक्स का प्राइस रुक जायेगा या रिवर्स हो जायेगा
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